ब्यूरो रिपोर्ट - Awadh News
नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों द्वारा फायरिंग में कथित तौर पर नागरिकों की मौत पर भारतीय सेना ने दुख जताया है। सेना ने नगालैंड के मोन जिले में उग्रवाद रोधी अभियान के दौरान कई आम लोगों की मौत होने के मामले की 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' का रविवार को आदेश दिया।
दरअसल, शनिवार को मोन जिले के ओटिंग गांव में एक ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने एक पिक-अप वैन पर फायरिंग कर दी थी, जिसमें काम से लौट रहे 11 आम नागरिकों की मौत हो गई। फायरिंग की इस घटना पर सेना ने दुख जताया और इसे अफसोसजनक बताया।सैन्य अधिकारियों ने बताया कि म्यांमार की सीमा से लगने वाले मोन जिले में उग्रवादियों की संभावित गतिविधियों की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया गया था। सेना ने एक बयान में कहा, 'यह घटना और इसके बाद जो हुआ, वह अत्यंत खेदजनक है। लोगों की मौत की इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के कारणों की 'कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी' के जरिए उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।'
इसने कहा कि सुरक्षाकर्मी अभियान में गंभीर रूप से घायल हुए हैं और एक जवान की मौत हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे को घटना की जानकारी दी गई है। वहीं, नगालैंड की राजधानी कोहिमा में पुलिस ने बताया कि सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 11 आम लोगों की मौत हो गई और वह यह पता लगाने के लिए जांच कर रही है कि क्या यह गलत पहचान किए जाने से जुड़ी घटना है।
बता दें कि नगालैंड के मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में कम से कम 11 आम लोगों की मौत हो गई। इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मृतकों की सटीक संख्या का अभी पता नहीं चल पाया है, क्योंकि 11 लोगों की घटनास्थल पर मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल हुए कई लोगों ने पड़ोसी राज्य असम के अस्पताल में दम तोड़ दिया।
मुख्यमंत्री नेफियू रियो ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने का वादा किया और समाज के सभी वर्गों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी घटना पर दुख जताया और कहा कि नगालैंड के ओटिंग में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से व्यथित हूं। जिन लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनके परिवारों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। राज्य सरकार द्वारा गठित एक उच्च स्तरीय एसआईटी इस घटना की गहन जांच करेगी ताकि शोक संतप्त परिवारों को न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम एक पिकअप वैन के जरिए एक कोयला खदान से घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग ओंग धड़े के उग्रवादियों की गतिविधि की सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्यकर्मियों ने वाहन पर कथित रूप से गोलीबारी की।