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UP TET : परीक्षा की नई तारीख का इंतजार खत्म , बेसिक शिक्षा मंत्री बोले कब होगा एग्जाम


उत्‍तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि टीईटी परीक्षा इसी माह होगी। जल्द ही इसकी तिथि घोषित कर दी जाएगी। उन्‍होंने कहा कि पर्चा लीक के लिए जो भी लोग प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए हैं, उन पर कार्रवाई की गई है। जो लोग दोषी मिलेंगे, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने पारदर्शी व्यवस्था लागू की है। पार्टी मुख्यालय में भाजपा के फर्क साफ है अभियान के तहत उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करते हुए प्राथमिक शिक्षा पर ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण प्रदेश में शिक्षा का बाजारीकरण होता चला गया।

गिरोह ने लखनऊ में छपवाए थे पर्चे-

टीईटी का पर्चा लीक कराने के मामले में एसटीएफ ने कुछ और नये खुलासे किए हैं। अब पता चला है कि कैसरबाग में रुके गिरोह के दो सदस्यों ने साल्वरों को व्हाटसएप पर सवाल और उनके जवाब भेजे। फिर दोनों ने चारबाग में एक ट्रैवेल एजेन्सी के दफ्तर से इन सवालों को प्रिन्ट कराया।

इस एजेन्सी को यह नहीं पता था कि टीईटी का पर्चा है। उसे गिरोह के सदस्य ने बताया कि उसके बेटे के स्कूल का काम है। इस दुकान के कर्मचारी से भी पूछताछ की गई है। इन नई जानकारियों से जुड़े कई तथ्यों को पता करने के लिये एसटीएफ ने गाजीपुर थाने से जेल भेजे गये आरोपियों के लखनऊ जेल में फिर बयान लिये।

सवाल-जवाब लिखकर व्हाटस ऐप किया-

पड़ताल में ही सामने आया कि टीईटी का पर्चा कई सेट में बना था। लिहाजा सवाल के क्रम के हिसाब से जवाब नहीं तैयार किये गये। पर्चा लीक कराकर साल्वर को दिया गया। फिर कुछ लोगों ने सवाल और उनके जवाब कागज पर लिखे। इंग्लिश और गणित के कई सवाल लैपटाप पर टाइप भी किये गये। इसके बाद ही इनका प्रिन्ट आउट निकलवाया गया। इसे कैसरबाग स्थित एक होटल में रुके साल्वर व गिरोह के सदस्यों तक पहुंचाया गया। फिर यहां से ही व्हाटसएप कर लखनऊ के आस पास के जिलों तक पहुंचाया गया। एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पर्चे ए, बी, सी,डी...सेट में बने थे। लिहाजा क्रमांक के साथ जवाब तैयार कर भेजना सम्भव नहीं था। किस अभ्यर्थी के पास कौन सा सेट पहुंचता, यह नहीं पता हो सकता था। इसलिये ही सवाल और जवाब व्हाटसएप किये गये। सेट कोई भी होता, सवाल आगे-पीछे यही होते। एसटीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि गिरोह के सदस्य लखनऊ में परीक्षा से चार दिन पहले यानी 24 नवम्बर को ही आ गये थे।

मुकदमों की विवेचना एसटीएफ की निगरानी में होगी-

यूपी टीईटी का पेपर आउट होने के मामले में प्रदेश के आठ जिलों में दर्ज सभी मुकदमों की विवेचना एसटीएफ की निगरानी में होगी। इस मामले में दर्ज होने वाले सभी मुकदमें एसटीएफ को स्थानांतरित किए जाएंगे। जिसको लेकर एडीजी कानून व्यवस्था ने आदेश जारी कर दिए हैं।एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि टीईटी परीक्षा को लेकर आगे दर्ज होने वाले सभी मुकदमों की विवेचना एसटीएफ के द्वारा की जाएगी।

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