कृषि उत्पानद मंडी परिसर महमूदाबाद में छह धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं। यहां धान खरीद के लिए आरएफसी महमूदाबाद व पहला के खरीद केंद्र प्रभारी मंगलवार को अपने केंद्रों से नदारद मिले। लेकिन धान की तौल जारी दिखी। एारएफसी महमूदाबाद केंद्र पर मुरादपुर के किसान के बेटे आकाश वर्मा पुत्र सतगुरू शरण ने बताया कि बीते 12 दिनों से उसकी धान लदी ट्राली खरीद केंद्र पर खड़ी है। आकाश ने बताया कि टोकन जारी होने के समय सभी केंद्रों को मिलाकर केवल 96 ट्रालिं थीं। ऐसे में उसकी ट्राली में तौल के लिए 97 नंबर होना चाहिए था किंतु पहले उसे 100 नंबर का टोकन दिया गया था जिसे बलदकर मनमाने तरीके से 200 कर दिया गया है। पहला धान खरीद केंद्र पर बिना केंद्र प्रभारी के तौल होती दिखी और यहां किसान अपने निजी ट्रैक्टर से धान की सफाई पंखा चलाकर करते दिखे। आरएफसी के कर्मचारी ट्राली दूसरे मंडी खरीद केंद्र पर ले जाने की बात कह रहे हैं। वहीं साधन सहकारी समिति सदरपुर एट मंडी के केंद्र प्रभारी राम प्रकाश यादव ने बताया कि 12 नवंबर से शुरू हुए उनके केंद्र पर 29 नवंबर तक 99 किसानों से छह हजार सात सौ 92 कुंतल 80 किग्रा की खरीद की गई है। कुल खरीद का किसानों को देय मूल्य एक करोड़ 31 लाख, 78 हजार 32 रुपए में से महज 52 लाख रूपए का भगुतान किसानों के खाते में हो सका है। साधन सहकारी समिति भंडिया के केंद्र प्रभारी कुमार गौरव ने बताया कि 27 अक्टूबर से केंद्र संचालित हो रहा है। 29 नवंबर तक केंद्र पर 128 किसानों से 9414.80 कुंतल धान की खरीद हुई जिसका भुगतान एक करोड़ 82 लाख 64 हजार 712 रुपए बनता है जिसमें से अभी तक 67 लाख रुपए का भुगतान किसानों के खातों में आया है। कुमार गौरव ने बताया कि कुछ किसानों का भुगतान तकनीकी समस्या के चलते रूका है जो जल्द ही उनके खातों में पहुंच जाएगा। सहकारी संघ लिमिटेड सैदनपुर एट मंडी केंद्र के प्रभारी रमापति मौर्य ने बताया कि 142 किसानों से 10424.20 कुंतल धान की खरीद की गई है जिसका दो करोड़ 22 लाख, दो 948 रुपए में से महज 18 लाख का भुगतान कियानों के खाते में हो सका है।
कृषि उत्पादन मंडी परिषद के धान खरीद केंद्र प्रभारी नरेश चंद्र पांडेय ने बताया कि 124 किसानों से 7998.40 कुंतल धान की खरीद की गई जिसका मूल्य एक करोड़ 55 लाख 16 हजार 896 रुपए में से 67 लाख 78 हजार, 360 रुपए ही किसानों के खाते में पहुंचा है। मंडी परिसर में संचालित धान क्रय केंद्रों पर प्रभारियों द्वारा किसानों से प्रति कुंतल दो सौ से ढाई सौ रुपए की वसूली की जा रही है। जिन किसानों द्वारा कमीशन देने से इंकार किया जाता है उनका धान खरीद से रिजेक्ट कर दिया जाता है। कुछ केंद्र प्रभारियों द्वारा स्वयं मंडी में निजी आढ़तों पर औने-पौने दामों पर धान खरीदा जाता और उसके बाद उसी धान को अपनी सेटिंग वाले किसानों के खातों में बिक्री दिखकार पैसा ट्रांसफर कर निकाल लिया जाता है। वर्तमान में मंडी परिसर में किसानों का निजी आढ़तों पर 13 सौ से 14 सौ तक धान की खरीद की जाती है। इसके बाद इसी धान को क्रय केंद्रों पर तौल दिया जाता है जबकि लाइन में लगा किसान हफ्तों तौल के लिए अपनी बारी के आने का इंतजार करता रहता है।
किसानों का लाखों-लाख रुपया धान केंद्रों पर बकाया है जिसका भुगतान करने की सरकार ने घोषणा करते हुए कहा था कि 72 घंटे में कर दिया जाएगा किंतु महीनों बाद भी किसान के हांथ खाली हैं। किनों की समस्या को लेकर क्षेत्रीय विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा, कांग्रेस नेता प्रदीप पांडेय, बसपा के चेतराम भारती ने किसानों की बकाया रकम का भुगतान बैंकिंग ब्याज के साथ कराए जाने की मांग की है। तौल की आस में किसान हफ्तों से सर्द रातें मंडी परिसर में गुजारने को विवस हैं।
धान खरीद में चल रही तौल में चल रही अनियमितता की शिकायत पर एसडीएम दिव्या ओझा के निर्देश पर मंडी सचिव रवींद्र वर्मा द्वारा केंद्रों पर खड़ी धान लदी ट्रालियों की नंबरिंग 27 नवंबर की गई थी। मंडी परिसर में 125 धान लदी ट्रालियां को टोकन जारी करते हुए 97 से 117 तक महमूदाबाद मंडी में संचालित खाद्य विभाग के धान क्रय केंद्र पर तथा पीसीएफ सदरपुर पर 118 से 138 तक, खाद्य विभाग पहला खरीद केंद्र पर 139 से 159 तक, पीसीयू सहकारी संघ भंडिया केंद्र पर 160 से 180 तक तथा पीसीएफ सहकारी संघ सैदनपुर पर 181 से 201 तक, मंडी समिति के खरीद केंद्र पर 202 से 221 सभी धान खरीद केंद्रों को 21-21 किसानों से धान खरीद करने का लक्ष्य देकर टोकन जारी किए गए थे। खरीद केंद्र प्रभारी इस व्यवस्था में भी मनमानी करते दिखाई दे रहे हैं।
किसानों का लाखों-लाख रुपया धान केंद्रों पर बकाया है जिसका भुगतान करने की सरकार ने घोषणा करते हुए कहा था कि 72 घंटे में कर दिया जाएगा किंतु महीनों बाद भी किसान के हांथ खाली हैं। किनों की समस्या को लेकर क्षेत्रीय विधायक नरेंद्र सिंह वर्मा, कांग्रेस नेता प्रदीप पांडेय, बसपा के चेतराम भारती ने किसानों की बकाया रकम का भुगतान बैंकिंग ब्याज के साथ कराए जाने की मांग की है। तौल की आस में किसान हफ्तों से सर्द रातें मंडी परिसर में गुजारने को विवस हैं।
धान खरीद में चल रही तौल में चल रही अनियमितता की शिकायत पर एसडीएम दिव्या ओझा के निर्देश पर मंडी सचिव रवींद्र वर्मा द्वारा केंद्रों पर खड़ी धान लदी ट्रालियों की नंबरिंग 27 नवंबर की गई थी। मंडी परिसर में 125 धान लदी ट्रालियां को टोकन जारी करते हुए 97 से 117 तक महमूदाबाद मंडी में संचालित खाद्य विभाग के धान क्रय केंद्र पर तथा पीसीएफ सदरपुर पर 118 से 138 तक, खाद्य विभाग पहला खरीद केंद्र पर 139 से 159 तक, पीसीयू सहकारी संघ भंडिया केंद्र पर 160 से 180 तक तथा पीसीएफ सहकारी संघ सैदनपुर पर 181 से 201 तक, मंडी समिति के खरीद केंद्र पर 202 से 221 सभी धान खरीद केंद्रों को 21-21 किसानों से धान खरीद करने का लक्ष्य देकर टोकन जारी किए गए थे। खरीद केंद्र प्रभारी इस व्यवस्था में भी मनमानी करते दिखाई दे रहे हैं।