पीड़ित उत्तम और श्रवण
हिन्दू हितैषी कही जाने वाली भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में आम आदमी तो दूर संग़ठन के कार्यकर्ता व पदाधिकारी भी निरंकुश हो चली पुलिस से अपने आप को नही बचा पा रहे हैं। सीतापुर जिले के रामपुरकला थाने में पीड़िता को न्याय दिलाने गए विहिप के जिला धर्म प्रसार प्रमुख और उनके साथियों को थानेदार ने अधीनस्थों संग जमकर जूतों व पट्टों से पीटते हुए घण्टों हिरासत में बैठाए रखा। थानेदार का पारा उस समय और ज्यादा चढ़ गया जब कार्यवाई न होने से नाराज विहिप कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे थाना परिसर में लगा दिए। विहिप का दबाव बढ़ते देख देर रात थाने में बैठाए गए कार्यकर्ताओं से लिखित माफीनामा लेकर उन्हें थानेदार ने छोड़ दिया। विहिप कार्यकर्ता ने प्रकरण में मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन कमाल की बात तो यह है कि आईजीआरएस में स्थानीय पुलिस ने रिपोर्ट लगा दी कि शिकायत मात्र पुलिस पर अपना दबाव बनाने के लिए मनगढ़ंत रूप से की गई है। वहीं इसी मामले में दोबारा पीड़ित ने शिकायती पत्र न्याय की आस में लिखे हैं।
विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ता श्रवण पुत्र राजेश की बहन केतकी पत्नी रवींद्र निवासी भेड़हिया थाना रामपुरकला ने पारिवारिक जमीन जायजाद के विवाद को लेकर 17 दिसम्बर को एक प्रार्थना पत्र देने रामपुरकला थाने गई थी। केतकी का आरोप है कि थाने में उस वक़्त तैनात आरक्षी पंकज भाटी , मुंशी कुलदीप सहित अन्य दो आरक्षियों द्वारा उसे जातिसूचक गालियां देते हुए भगा दिया गया। केतकी ने घर आकर पूरे मामले की जानकारी अपने भाई श्रवण व अन्य परिजनों को दी। मामले की गम्भीरता को देखते हुए श्रवण ने पूरी जानकारी संग़ठन के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख उत्तम गुप्ता व अन्य को दी। पीड़िता के साथ थाने में हुए अभद्र व्यवहार की जानकारी पाकर विहिप के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख अपने करीब एक दर्जन साथियों के साथ पीड़िता केतकी व कार्यकर्ता श्रवण को लेकर रामपुरकला थाने रात में जा पहुंचे। थाने पहुंचकर विहिप कार्यकर्ताओं ने "जय श्री राम" व "भारत माँ की जय" के नारे लगाने शुरू कर दिए। थाना परिसर में नारेबाजी होती देख थाना प्रभारी अवधराज सेंगर तिलमिला उठे और विहिप के कार्यकर्ताओं के साथ पीड़िता को हिरासत में लेते हुए सबके मोबाईल जमा करा लिए। आरोप है इसके बाद थानेदार अवध राज सिंह सेंगर व उनके अन्य अधीनस्थों ने विहिप कार्यकर्ताओं की लात , घूसों , जूतों व पट्टों से पिटाई शुरू कर दी। थानेदार का आक्रोश यहीं नही थमा उसने कार्यकर्ताओं के मोबाइल और बाईको में तोड़ फोड़ कराई। देर रात थानेदार ने सभी कार्यकर्ताओं से लिखित माफीनामा लिखवा कर उन्हें छोड़ दिया तथा केतकी की शिकायत पर एनसीआर दर्ज कर ली। विहिप के जिलाधर्म प्रचार प्रमुख की थानेदार व उनके अधीनस्थों द्वारा की गई पिटाई के बाद से कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिला और मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की गई थी , तो 23 दिसम्बर को सीओ सिधौली द्वारा आईजीआरएस का निस्तारण करते हुए दी गई अपनी आख्या में बताया गया है कि आरक्षी कुलदीप व पंकज भाटी को स्थानांतरित कर दिया गया है तथा विहिप के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख द्वारा पुलिस पर दबाव बनाने के उद्देश्य से मनगढ़ंत आरोप लगाकर अपने कृत्यों को छिपाने के उद्देश्य से प्रार्थना पत्र दिया गया था। क्षेत्राधिकारी सिधौली की एकतरफा कार्यशैली से पीड़ित काफी आहत है और उसने पुनः मुख्यमंत्री समेत कई उच्चाधिकारियों से दोबारा शिकायत की है।
प्रभारी की कार्यशैली सवालिया घेरे में-
वर्तमान में रामपुरकला थाने में थाना प्रभारी के पद पर तैनात अवध राज सिंह सेंगर अक्सर चर्चा में रहे हैं। पैंतेपुर चौकी इंचार्ज रहने के दौरान कई मामलों में उनकी नोक झोंक विहिप के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख उत्तम गुप्ता सहित कई हिन्दू वादी संग़ठनो के कार्यकर्ताओं से होती रहती थी। फरियादियों से सीधे मुंह बात न करना इनकी कार्यशैली में शामिल है। थाने पहुंचने वाला फरियादी जब वहां के प्रभारी से ही अपनी आप बीती नही बता पायेगा तो उसे न्याय कैसे मिलेगा। इनके थाना प्रभारी रहते अगर पीड़ित का पक्ष रखने के लिए किसी संगठन के कार्यकर्ता ने दुससाहस किया तो उसके साथ कैसा सुलूक होगा , इसका सन्देश उन्होंने लोगो को दे दिया है।
संगठन के लोगों ने नही दिया साथ-
घटना के बाद संग़ठन के संवेदनहीन रवैये के चलते आहत उत्तम गुप्ता ने विहिप के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख के पद को छोड़ते हुए संगठन से नाता तोड़ लिया है। वहीं विहिप के विभाग मंत्री सीतापुर अवध प्रान्त आदित्य त्रिपाठी ने बताया है कि संग़ठन विरोधी गतिविधियों के चलते विहिप के जिला धर्म प्रचार प्रसार प्रमुख उत्तम गुप्ता को संगठन से बाहर कर दिया गया है।