Ads Area

महमूदाबाद : इस अस्पताल में होता है मरे हुए लोगों का इलाज , युवक की मौत , हंगामा

 

"मरे हुए का इलाज नही हो सकता है । क्यों नही हो सकता है घंटों से तो आप सरकारी अस्पताल में मृत बताए गए व्यक्ति का अपने अस्पताल में इलाज कर रहे हो।" इस डायलाग को गब्बर इज बैक फिल्म में सबने सुना और दृश्य देखा होगा। लेकिन धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर ऐसे कृत्य कर के मानवता को भी शर्मसार कर देते हैं। सीतापुर के महमूदाबाद से ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां करंट की चपेट में आए युवक को जब गांव वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इलाज के लिए लेकर पहुंचे तो वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया , उसके बाद कुछ लोगों के कहने पर परिजनों ने मृतक को नजदीक के प्राइवेट हॉस्पिटल में भी दिखाया जहां मृतक को अस्पताल में भर्ती कर के अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों और डॉक्टरों ने इलाज शुरू कर दिया। मृतक का इलाज किए जाने की सूचना मिलने पर अस्पताल में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा काटा।

(मृतक के घर पर रोते बिलखते मौजूद परिजन)


महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के जाफरपुर गांव निवासी मनीष वर्मा (30) पुत्र विजय वर्मा बुधवार की दोपहर अपने घर के बाहर लगे नल से पानी निकालने के लिए गया था । नल से ही मोटर का कनेक्शन होने के कारण नल को छूते ही मनीष करंट की चपेट में आ गया आनन फानन में परिजन और आसपास के लोगो ने मनीष को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महमूदाबाद पहुंचे जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद युवक को मृत घोषित कर दिया। जवान बेटे की मौत की सूचना के बाद बेसुध पिता को किसी ने मनीष को एक बार किसी प्राइवेट हॉस्पिटल में दिखाने की सलाह दे दी। जिसके बाद परिजन सिधौली रोड स्थित डॉक्टर अनिरुद्ध के हॉस्पिटल में मृतक को लेकर पहुंचे। यह अस्पताल विष विशेषज्ञ के नाम से कस्बे में प्रसिद्ध है। लोगों की मानें तो सुधा नर्सिंग होम के नाम से यह अस्पताल रजिस्टर्ड है।




जहां डॉक्टर अनिरुद्धऔर उनके कर्मचारियों ने आनन फानन में मृतक को भर्ती कर के उसका इलाज शुरू कर दिया। मृतक के परिजनों से अस्पताल प्रबंधन के लोगों ने 2250/- की दवाएं और इंजेक्शन भी मंगवाए। वहीं भर्ती करने के बाद अस्पताल में डॉक्टरों ने 1600/- परिजनों से लिए। जब यह बात अन्य लोगों को पता चली तो अस्पताल प्रबंधन से एक बार भर्ती का हाल जानने की बात कही तो अस्पताल प्रबंधन ने उसे मृत बताया। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा। वहीं मृतक के परिजनों द्वारा इस मामले में मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई है।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Top Post Ad

Below Post Ad