" किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ , मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ , मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ , मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ..." देश की सेवा के लिए भारतीय सेना में भर्ती होने वाले जवान का सपना होता है कि जब उसकी मौत हो तो उसका शव तिरंगे में लिपटकर उसके घर आये।

सीतापुर जनपद के रामपुरमथुरा थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को हुई मार्ग दुर्घटना में भारतीय सेना में एएमसी पद पर कार्यरत रंजीत सिंह और उसके दो दोस्तों रवि चौहान और सतीश की मौत हो गई थी। मौत के बाद शनिवार की रात को शवों को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया गया था। रविवार की शाम तक तीनो शव मृतकों के घर पहुंच चुके थे। जिनमें से मृतक रवि चौहान और सतीश वर्मा का अंतिम संस्कार रविवार की देर शाम कर दिया गया था। लेकिन भारतीय सेना की झारखंड में तैनात राजपूत रेजीमेंट के एएमसी रंजीत का अंतिम संस्कार राजकीय सैन्य सम्मान के साथ किया जाना था तो झारखंड से आये सैन्य दस्ते ने सोमवार की सुबह रंजीत के गांव भागीपुर पहुंच कर राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी।

झारखंड की राजपूत रेजीमेंट के कमांडर , कैप्टन और उनके सहयोगियों ने रंजीत के शव को तिरंगे में लपेट कर भारतीय सेना का सम्मान दिया। इस नजारे को देख रहे हर एक शख्स की आंखें नम थी। वहीं रंजीत की पत्नी कभी अपने पति के शव को देखकर शांत बैठती तो कहीं बदहवास होकर रो रही थी। सैनिक रंजीत को मुखाग्नि उनके बेटे सिमरनजीत सिंह ने दी और राजपूत रेजीमेंट के जवानों ने सलामी देकर सम्मान किया। अंतिम संस्कार में रामपुरमथुरा थाना क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल हुए और अंतिम विदाई दी। पूर्व विधायक महेंद्र कुमार सिंह 'झीन' ने पार्थिव शव को श्रद्धांजलि दी।
सैनिक की अंतिम विदाई पर प्रसाशनिक उपेक्षा का आरोप-
भारतीय सेना में एएमसी के पद पर कार्यरत सैनिक रंजीत की सड़क दुर्घटना में हुई मौत के बाद सोमवार को राजकीय सैन्य सम्मान के साथ हुई अंतिम विदाई पर प्रशासनिक अमले पर सैनिक के अंतिम संस्कार पर उपेक्षा के आरोप लगे। सिख संग़ठन के जिलाध्यक्ष गुरूपाल सिंह ने सैनिक रंजीत की अंतिम विदाई के मौके पर उपजिलाधिकारी , तहसीलदार और स्थानीय पुलिस , भाजपा के विधायक के न पहुंचने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए , इसे सैनिक के सम्मान की उपेक्षा बताया। जब इस बारे में उपजिलाधिकारी महमूदाबाद दिव्या ओझा को कॉल किया गया तो उनका सीयूजी फोन नही उठा।