सीट का इतिहास-
इस विधानसभा अभी तक मुख्य लड़ाई में फिलहाल बसपा और भाजपा हैं. हालंकि सपा भी 2012 और 2017 के चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया था. बाकी परिणाम तो जनता के हाथ में हैं और माहौल कब किसके पक्ष में बन जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है. सीतापुर जिले के इस (Hargaon Assembly) विधानसभा में 1967 में पहला चुनाव हुआ था और भारतीय जन संघ के एस. राम विधायक बने थे. वहीं 1969 और 1974 में लगातार दो बार कांग्रेस के रामलाल राही का इस सीट पर कब्जा रहा. 1977 में जनता पार्टी के गोकरन प्रसाद ने इस सीट से जीत दर्ज की. इसके बाद एक बार फिर 1980 और 85 में कांग्रेस यहां काबिज हुई और परागी लाल चौधरी विधायक बने.
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भाजपा लगा चुकी है हैट्रिक-
वहीं 1989 में बदले सियासी हालात में भाजपा मजबूत हुई और यहां से जीत दर्ज की. इस सीट पर 1989 से 1993 तक लगातार दौलत राम चुनाव जीतते रहे. इसके बाद 1996 में पहली बार समाजवादी पार्टी ने अपना खाता खोला औऱ रमेश राही बीजेपी के दौलत राम को हराकर विधायक बने.
15 साल से बसपा का कब्जा-
इस सीट (Hargaon Assembly) पर पहली बार 2002 में बसपा का जनाधार बढ़ा और रामहेत भारती विधायक बने. वहीं 2007 और 2012 में भी यहां के मतदाताओं ने बसपा पर भरोसा जताया और लगातार तीसरी बार रामहेत भारती को विधानसभा भेजा. वहीं 2017 के मोदी लहर में भाजपा ने बसपा के इस किले को ढहा दिया. यहां से सुरेश राही विधायक बने.-
2017 विधानसभा चुनाव का परिणाम-
स्थान प्रत्याशी पार्टी वोट वोट (%)
1- सुरेश राही भाजपा 101680 45.96
2- रामहेत भारती बसपा 56685 25.62
3- मनोज राजवंशी सपा 50211 22.70
जीत का अंतर– 44995 वोट
2012 विधानसभा चुनाव का परिणाम-
स्थान प्रत्याशी पार्टी वोट वोट (%)
1- रामहेत भारती बसपा 73889 38.37
2- आरपी चौधरी सपा 61740 32.06
3- मंजरी राही कांग्रेस 38932 20.22
4- किरन बाला भाजपा 5171 2.69
जीत का अंतर– 12149 वोट
अब तक के विधायक-
वर्ष 1967 एस. राम – बीजेएस
वर्ष 1969 और 1974 रामलाल राही – कांग्रेस
वर्ष 1977 गोकरन – जेएनपी
वर्ष 1980, 1985 परागी लाल चौधरी – कांग्रेस
वर्ष 1989, 1991, 1993 दौलत राम – भाजपा
वर्ष 1996 रमेश राही- सपा
वर्ष 2002, 2007, 2012 रामहेत भारती – बसपा
वर्ष 2017 सुरेश राही – भाजपा