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आखिरी मोड़ : पलक झपकते ही एक साथ मौत के सफर पर निकल गए तीन दोस्त, तालाब बना काल

 

●आखिरी मोड़ : पलक झपकते ही एक साथ मौत के सफर पर निकल गए तीन दोस्त, तालाब बना काल


Report By - Deepak Gupta


सीतापुर में शनिवार की रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया। रामपुरमथुरा थाना क्षेत्र के बांसुरा गांव में पुलिस चौकी के समीप तालाब में रामपुरमथुरा की ओर से गौड़ेचा चौराहा जा रही कार अनियंत्रित होकर जा गिरी। जिसमें कार सवार तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। भारतीय सेना में एएमसी पद पर कार्यरत युवक अपने भाई की शादी में छुट्टी लेकर घर आया था और शादी के कार्यक्रम निपट जाने के बाद बीती रात घरेलू सामान लेने के लिए पड़ोसी गांव के अपने दो दोस्तों के साथ गौड़ेचा चौराहा जा रहा था की अचानक रास्ते मे कार अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी और भारतीय सेना के जवान समेत उसके दोनों दोस्तों की जान चली गई। घटना की जानकारी पाकर स्थानीय लोग , पुलिस और परिजनों ने रेस्क्यू करने की बहुत कोशिश की लेकिन रात आठ बजे के आसपास हुई घटना के बाद कार और शवों को करीब दस बजे के आसपास तालाब के बाहर निकाला जा सके। निकट के ही सीएचसी रामपुर मथुरा ले जाने के बाद शवों को पीएम के लिए जिला मुख्यालय भेजा गया। क्षेत्र में जिसे भी इस घटना की जानकारी मिली उसकी आंखें नम हो गईं और वह स्तब्ध हो गया।


घरेलू सामान खरीदने और घूमने निकले कार सवार तीनों दोस्तों को शायद ही इस बात का अंदाजा था कि वह इस सफर पर नहीं , बल्कि मौत के सफर पर निकले हैं।जहां उनकी जिंदगी का सफर हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा। सफर का एक मोड़ उनकी जिंदगी का आखिरी मोड़ साबित हुआ। इन तीन यारों को राह का एक मोड़ मौत के सफर तक ले गया। जरा सा रास्ते में बातों में क्या भटके कि मौत के तालाब में जा डूबे। दरअसल, ये दोस्त अपने भारतीय सेना में कार्यरत दोस्त के साथ उसके ड्यूटी पर जाने से पहले उससे बातों में इस कदर उलझे कि पलक झपकते ही मौत के मुहं में समा गए।

कैसे क्या हुआ पढ़ें पूरा मामला-

रामपुरमथुरा थाना क्षेत्र के भागीपुर गांव के समीप बने पंजाबी झाला निवासी रंजीत सिंह (32) पुत्र मग्गर सिंह अपने छोटे भाई बलजीत कौर की शादी में शामिल होने बीते एक दिसम्बर को भारतीय सेना की ड्यूटी से छुट्टी लेकर आया था । रंजीत को 11 दिसम्बर को वापस ड्यूटी पर भी जाना था पर खुद रंजीत ने अपना टिकट आगे बढ़वा कर 14 दिसम्बर का करवा लिया था। 11 दिसम्बर की रात रंजीत अपने पड़ोसी गांव के दो दोस्तों रवि चौहान (28) पुत्र लालता चौहान निवासी दुलमपुरवा , सतीश वर्मा (29) पुत्र रामविजय निवासी सिरकुंडा के साथ घर का कुछ सामान लेने और घूमने के लिए कार से गौड़ेचा चौराहे की ओर जा रहा था कि अचानक बांसुरा चौकी के पास मोड़ पर कार अनियंत्रित होकर तालाब में जा गिरी। तालाब में कार गिरने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने करीब दो घण्टे के रेस्क्यू के बाद कार और तीनों शवों को बाहर निकाला। घटना की सूचना पाकर तीनों गांवो के साथ क्षेत्र के लोग भी स्तब्ध हैं।

सर से उठा सुहाग और पिता का साया-

दुर्घटना में काल के गाल में समाए रामपुरमथुरा थाना क्षेत्र के दुलमपुरवा निवासी रवि चौहान की शादी बीते दो वर्ष पूर्व कामिनी देवी से हुई थी। जैसे ही रवि की मौत की खबर गांव पहुंची कामिनी बेहोश होकर गिर गई वहीं जिसने में रवि की सात माह की बच्ची कीर्ति को गोद मे देखा उसकी आंखें नम थी। मासूम के सर से पिता का साया छीन जाने की बात भर सोच कर लोगों की आंखें भीग जा रही थी। वहीं सिरकुंडा निवासी सतीश के बेटे साकेत और पत्नी संजू देवी का वही रो रो कर बुरा हाल है । सतीश के घर देर रात ही रिश्तेदार पहुंच कर सतीश की पत्नी और बच्चों को हिम्मत दे रहे थे। लेकिन दुखों का पहाड़ ऐसा टूटा था कि किसी को भी कुछ नही समझाया जा पा रहा था। भागीपुर निवासी रंजीत सिंह की मौत की खबर पाकर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है , वहीं रंजीत की पत्नी मंदीप कौर बदहवास होकर बार बार बेहोश हो रही हैं। मंदीप के बेटे सिमरन जीत कौर और बेटी अंशदीप कौर भी बार बार अपने पिता को याद कर रो रहे हैं। वहीं रंजीत के परिजन उसकी पत्नी और बच्चों को दिलासा देने में जुटे हैं।








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