सीतापुर / शावेज़ खान : सावधान! अगर आपकी कृषि भूमि तहसील बिसवां क्षेत्र में है तो आप सावधान हो जाइये क्योंकि यहाँ आपकी भूमि को जालसाज आपके स्थान पर किसी दूसरे को खड़ा करके सब रजिस्ट्रार कार्यालय बिसवां में सांठगांठ करके बैनामा करवा देते है। ऐसे ही एक मामला तहसील बिसवां क्षेत्र के ग्राम घेवड़ा में हुआ है। पीड़िता को इस फर्जीवाड़े की जानकारी तब हुई जब दाखिल खारिज का सम्मन उसके घर पहुंचा।
बता दें कि लखनऊ के राजीवनगर घोसियाना तेलीबाग निवासिनी सर्वजीत कौर पत्नी भूपेंद्र की बिसवां तहसील के ग्राम घेवड़ा में गाटा सं0 137 रकबा 2.128 हेक्टेयर लगभग 26 बीघा कृषि भूमि है। इस भूमि का 13 मई को घनश्याम सिंह पुत्र राम प्यारे निवासी 239, गोरखनाथ मंदिर के पास गोरखपुर ने बैनामा करवा लिया। इसके उपरांत भूमि दाखिल खारिज का सम्मन जब पीड़िता सर्वजीत कौर के घर पहुंचा तो उसे पूरे फर्जीवाड़े की जानकारी हुई। जालसाजों ने सब रजिस्ट्रार कार्यालय बिसवां से साठगांठ करके भूमि की स्वामिनी सर्वजीत कौर का फर्जी आधार व फर्जी फोटो लगाकर फर्जी तरीके से बैनामा करा लिया। भूमि की स्वामिनी सर्वजीत कौर ने फर्जीवाड़े को लेकर कोतवाली बिसवां में तहरीर दी। बिसवां पुलिस ने सर्वजीत कौर की तहरीर पर घनश्याम सिंह पुत्र राम प्यारे व दीपक कुमार सिंह पुत्र घनश्याम सिंहबनिवासी 239, गोरखनाथ मंदिर के पास गोरखपुर, जसपाल सिंह उर्फ सोनू पुत्र अजीत सिंह व अजीत सिंह पुत्र कुंदन सिंह निवासी ग्राम घेवड़ा थाना थानगांव, गफ्फार हुसैन बैनामा लेखक सब रजिस्ट्रार कार्यालय बिसवां व अज्ञात के विरुद्ध गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फर्जी बैनामा में 40 लाख दिखाई गई बिक्री-
बिसवां तहसील के ग्राम घेवड़ा में स्थित कृषि भूमि गाटा संख्या 137 रकबा 2.128 हेक्टेयर भूमि खतौनी में सर्वजीत कौर के नाम दर्ज है। सरबजीत कौर लखनऊ में रहती हैं। इसी का फायदा उठाकर जालसाजों ने फर्जी आधार कार्ड व फर्जी फोटो से बने आधार कार्ड से एक अज्ञात महिला को सर्वजीत बनाकर उक्त भूमि का बैनामा करवा दिया। उक्त बैनामा में बिक्री चालीस लाख रूपये है। क्रेता ने दो अलग-अलग चेकों से विक्रय धन दिया है।
क्या बिसवां रजिस्ट्रार की अनुपस्थिति में होते हैं फर्जी बैनामें, बाबू की भूमिका संदिग्ध-
बिसवां रजिस्ट्री ऑफिस का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार फर्जी बैनामा करने में यहां तैनात एक बाबू का नाम सुर्खियों में रहा है। बता दें कि गत वर्ष बिसवां तहसील क्षेत्र के ग्राम पुरैनी में भी इसी तरह का मामला हुआ था। बताया जा रहा है कि जिस दिन सब रजिस्ट्रार छुट्टी पर होते हैं उस दिन बाबू के पास ऑफिस का चार्ज रहता है। सब रजिस्ट्रार की छुट्टी के दिन ही फर्जी बैनामा होना सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं। अब ताजा मामला ग्राम घेवड़ा का है। पीड़िता का कहना है कि घेवड़ा की भूमि का फर्जी बैनामा 13 मई को हुआ है। इस दिन भी सब रजिस्ट्रार बिसवां छुट्टी पर थे और बैनामा बाबू की ओर से ही किया गया है। विभागीय सूत्र बताते हैं कि सब रजिस्ट्रार के ना होने पर बाबू सांठगांठ करके फर्जी बैनामा करते हैं।