विधानसभा चुनाव के लिए गत 23 फरवरी को 315333 मतदाताओं में से 219093 मतदाताओं ने मतदान कर क्षेत्र का विधायक व प्रदेश में सरकार बनाने के लिए मतदान किया। महमूदाबाद विधानसभा क्षेत्र का मतदान प्रतिशत 69.42% बताया जा रहा है। मतदान के बाद विभिन्न राजनैतिक दलों के कार्यकर्ता अपने अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर रहे हैं। जगह जगह जमावड़ा लगाकर प्रत्याशी की जीत के अपने आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं।
महमूदाबाद विधानसभा चुनाव में भाजपा , कांग्रेस , सपा , बसपा व आम आदमी पार्टी के प्रत्याशियों के साथ कुल नौ उमीदवार अपना भाग्य आजमा रहे थे। प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदान सम्पन्न होने के साथ ईवीएम मशीनों में कैद हो गया। मतदान समाप्ति के बाद से भाजपा व सपा तथा बसपा के समर्थक लगातार गुणा भाग करके फला जाति , धर्म के वोटों के मिलने से अपने - अपने प्रत्याशियों को जीता बता रहे हैं । इसको लेकर चाय , पान , होटल , चौराहे व नुक्कड़ों पर राजनैतिक चर्चा का माहौल गर्म दिख रहा है। जानकारों का मानना है कि बसपा प्रत्याशी इस बार विधानसभा में अल्पसंख्यक वोटों में बड़ा फेर बदल करने वाले साबित हुए हैं। बसपा प्रत्याशी की स्थिति का आंकलन भाजपा समर्थक कुछ ज्यादा ही दिलचस्पी लेकर लगा रहे हैं। क्योंकि भाजपा के लोगों का मानना है कि बसपा प्रत्याशी मीसम अम्मार रिजवी अपने अल्पसंख्यक मुसलमानो का जितना अधिक वोट हासिल कर लेंगे उतनी ही भाजपा की राह आसान होगी। कुछ इसी तर्ज पर सपा समर्थक भी अपनी गणित लगा रहे हैं कि मीसम अम्मार रिजवी जितने कम मुस्लिम वर्ग के वोट पाएंगे उतनी ही सपा की राह आसान होगी। राजनैतिक पंडित त्रिकोणीय संघर्ष के बीच तीनो का मुकाबला मान रहे हैं। ऐसे में अधिकांश लोगों का मत है कि अंत मे सपा व भाजपा ही आमने - सामने दिखेगी। परिणाम 10 मार्च को आएंगे तब तक प्रत्याशियों के समर्थक गुणा भाग लगाकर अपनी जीत के मुगालते में समय बिताएंगे।
चाय की दुकान पर चर्चा -
बेलदारी टोला वार्ड से सीता इंटर कॉलेज जाने वाले मार्ग पर सचिन टी स्टॉल पर बैठे एक समाजवादी समर्थक से किसी ने चुटकी लेते हुए चुनावी गणित की बात छेड़ दी तो सपा कार्यकर्ता ने कागज कलम उठाते हुए आंकड़े लिखने शुरू कर दिए और उन सम्भावित आंकड़ों में अपने प्रत्याशी को जीत हासिल करा दी साथ ही भाजपा प्रत्याशी को दूसरे और बसपा प्रत्याशी को तीसरे पायदान पर भेज दिया। वहीं आंकड़ा सुनकर एक भाजपा समर्थक ने इन आंकड़ों को फर्जी कहते हुए अपने प्रत्याशी को ही जीता करार दिया।
सम्भावित आंकड़ों से आप होईये रूबरू-
कुल 315333 मतदाताओं में 219093 मतदाताओं ने विधानसभा सामान्य निर्वाचन में मतदान किया है।
जिसमे अनुमानित सामान्य वर्ग के 14000 मतदातों ने , मुस्लिम वर्ग के अनुमानित 55000 मतदाताओं ने , अनुसूचित जाति और जनजाति के 65000 मतदाताओं ने , पिछड़ा वर्ग के अनुमानित 85000 मतदाताओं ने मतदान किया है। अब जातिगत वोटों को त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा , सपा और बसपा में बांट कर देखा जाए।
सम्भावित आंकड़े (मात्र आंकलन है , परिणाम से किसी भी तरह का सम्बंध नही है इनका।)
-भारतीय जनता पार्टी -
सामान्य वर्ग - 12000
पिछड़ा वर्ग - 39000
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग - 25000
मुस्लिम वर्ग - नाम मात्र (शून्य)
-समाजवादी पार्टी -
सामान्य वर्ग - 1500 मतदाता
पिछड़ा वर्ग - 39000 मतदाता
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग - 10000 मतदाता
मुस्लिम वर्ग - 27000 मतदाता
-बहुजन समाज पार्टी -
सामान्य वर्ग - नाम मात्र (शून्य) मतदाता
पिछड़ा वर्ग - 2000 मतदाता
अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग - 30000 मतदाता
मुस्लिम वर्ग - 27000 मतदाता
नोट - यह आंकड़े मात्र राजनैतिक पंडितों के अनुसार हैं , यह किसी भी तरह के रिजल्ट को घोषित नही करते हैं। यह मात्र जानकारी के लिए आंकलन है , परिणाम के लिए मतदाताओं और प्रत्याशियों को 10 मार्च का इंतजार है।