कूड़ा जलाने को लेकर शुरू हुई मामूली बहस ने पूरे वार्ड में अफरा तफरी पैदा कर दी। कूड़ा जलाने को लेकर आमने-सामने के पड़ोसियों में हो रही मामूली बहस ने उस वक्त तांडव का रूप ले लिया जब वार्ड के ही कुछ अराजक तत्वों ने एक पक्ष पर ईट पत्थर से हमला शुरू कर दिया। मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण आनन फानन में वार्ड के लोगों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को समझते हुए कस्बा इंचार्ज धर्मेंद्र बहादुर सिंह पीआरवी वैन के साथ मौके पर पहुंचे और पत्थर चला रहे अराजक तत्वों को दौड़ा-दौड़ा कर पकड़ा। जी हां आपको बता दें मामला महमूदाबाद कस्बे के मोतीपुर वार्ड से है जहां माया देवी पत्नी राजमल ने अपने घर के बाहर सरसों की बची हुई पुवाल को जला दिया था जिससे नाराज होकर सामने रह रही नूरजहां पत्नी पुत्तन उनसे बहस करने लगी दोनों महिलाओं में काफी देर तक बहस होती रही जिसके बाद नूरजहां के बेटे ने आग पर पानी डालकर उसे बुझा दिया।
इसी बीच नूरजहां अचानक वार्ड के ही करन , दयाराम , अरविंद सहित कई लड़कों ने नूरजहां और उनके पड़ोसियों के घर पर पथराव शुरू कर दिया पथराव के दौरान नूरजहां के घर के पास वाले घर के मालिक की वैन पर भी ईंट पडने से उसका भी कुछ नुकसान हुआ। जबकि जब पड़ताल की गई तो पता चला कि माया देवी और नूरजहां के बीच हुए विवाद को वह लोग केवल जुबानी तौर पर एक दूसरे से बहस कर रहे थे लेकिन कुछ अराजक तत्वों ने पथराव कर के माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।